बैंक का संक्षिप्त परिचय
- आज़ादी से पहले वर्ष 1921 में हमारी बैंक “बैंक ऑफ़ बांसवाडा” के नाम से जानी जाती थी एवं इसी नाम के साथ काम करती थी ।
- 21 जुलाई 1953 को बैंक “कोआपरेटिव सोसाइटी एक्ट 1953” के तहत रजिस्टर की गई । (Registration No. 115-B Dated : 21.07.1953)
- कोआपरेटिव सोसाइटी एक्ट 1953 के तहत रजिस्टर हो जाने के बाद इसका नाम बदल कर “दी बांसवाडा सेंट्रल कोआपरेटिव बैंक” रखा गया ।
- भारतीय रिज़र्व बैंक के लाइसेन्स संख्या ग्रा.आ.ऋ.वि. सह. 3, दिनांक मार्च 18, 2010 के द्वारा बैंकिंग व्यवसाय हेतू अधिकृत किया है ।
- बैंक का रजिस्टर्ड प्रधान कार्यलय , अम्बामाता मंदिर के पास, कॉलेज रोड, बांसवाडा – राजस्थान में स्थित है ।
- बैंक का कार्यक्षेत्र बांसवाडा जिला है। बैंक की जिले में 11 शाखाऐं है।
हमारी शाखाओं की सूची शाखा खुलने की तिथि से निम्न प्रकार है
Branch | BRANCH NAME | DATE OF OPENING |
1 | HEAD OFFICE, BANSWARA (मुख्य शाखा, बांसवाडा) | 21-07-1953 |
2 | PARTAPUR (परतापुर) | 04-10-1962 |
3 | KUSHALGARH (कुशलगढ़) | 16-11-1962 |
4 | BAGIDORA (बागीदोरा) | 22-02-1977 |
5 | GHATOL (घाटोल) | 16-03-1978 |
6 | CITY BRANCH, BANSWARA (सिटी शाखा, बांसवाडा) | 05-08-1981 |
7 | NAI ABADI, BANSWARA (नई आबादी, बांसवाडा) | 03-03-1983 |
8 | COLLEGE ROAD, BANSWARA (कॉलेज रोड, बांसवाडा) | 02-08-1989 |
9 | SAJJANGARH (सज्जनगढ़) | 01-09-2008 |
10 | GANGARTALAI (गंगढ़तालाई) | 04-04-2015 |
11 | TALWARA (तलवाडा) | 11-05-2015 |
हमारा ध्येय
- बैंक के ग्राहकों को अत्याधुनिक कोर बैंकिंग सेवा उपलब्ध कराना ।
- ग्राहकों को बेहतर व त्वरित सेवाएं प्रदान करना हो ।
- प्रदेश के किसानो को न्यूनतम ब्याज दर में समय पर साख सुविधा (कृषि ऋण) प्रदान कर कृषि उत्पादकता में वृद्धि करना ।
- देश में सहकारी आंदोलन को मजबूत बनाने के लिए अग्रणी सहकारी बैंक के रूप में कार्य करना ।
- संगठन को गतिशील बनाना, नई चुनौतियों के अनुरूप ढालने के लिए सशक्त रणनीति तैयार करना, अपनी पूर्व उपलब्धियों और
- अनुभव के आधार पर उपलब्ध अवसरों का समुचित उपयोग करना जिससे ग्राहको को उच्चस्तरीय सेवाएं प्राप्त हो सकें एवं लाभार्जन किया जा सके।